आईपीएल 2022 का पहला क्वालीफायर गुजरात और राजस्थान के बीच खेला गया जिसमें गुजरात टाइटंस की टीम ने राजस्थान को हारा कर सीधे फाइनल का टिकट कटा लिया है। हार्दिक पांड्या के कप्तानी में गुजरात की टीम ने राजस्थान रॉयल्स की टीम को सात विकेट से हारा दिया। गुजरात की टीम ने राजस्थान की टीम द्वारा दिए 189 रन के लक्ष्य को तीन विकेट खोकर 19.3 ओवर में हासिल कर लिया, जो बताता है की गुजरात के लिए ये जीत कितनी आसान रही। गुजरात की तरफ से डेविड मिलर ने किलर पारी खेली और उन्होंने अपनी टीम के तरफ से सर्वाधिक रन बनाए। उन्होंने 38 गेंदोंं में 68 रन बनाकर नाबाद रहे। वो आखरी तक क्रीज पर खड़े रहे जब तक उनकी टीम जीत ना गई। मिलर ने आखरी ओवर में लगातार 3 छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई जो की अपने आप में खास थी। अब गुजरात टाइटंस पहली टीम बन चुकी है 2022 की जो फाइनल में पहुंची है। अब एलिमिनेटर राउंड होगा जिसमे जो टीम जीतेगी वो राजस्थान रॉयल्स के साथ खेलेगी, उसमे से जो जीता वो सीधे फाइनल में गुजरात से भिड़ेगा। वही अगर इस मैच की बात करे तो हार्दिक पांड्या ने अपनी टीम और अपने खिलाड़ियों को लेकर बयान दिया है कि पंड्या ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे गर्व है कि टीम में शामिल सभी 23 खिलाड़ी अलग हैं। वे सभी अलग तरह की चीजें मुकाबले में लेकर आते हैं। मैंने मिलर से सिर्फ इतना कहा कि अगर आपके आसपास अच्छे लोग हैं तो आपको अच्छी चीजें मिलती हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं देख सकता हूं कि जो खिलाड़ी अंतिम एकादश में शामिल नहीं हैं वे भी चाहते हैं कि टीम अच्छा प्रदर्शन करे। राशिद ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान शानदार प्रदर्शन किया लेकिन मुझे मिलर पर अधिक गर्व है। मैंने उसे कहा कि खेल का सम्मान करना चाहिए। मुंबई इंडियन्स के खिलाफ हमने गलती कर दी थी और यहां चाहते थे कि खेल का सम्मान करें। हम दोनों ही मैच को खत्म करना चाहते थे।’
राजस्थान रॉयल्स की पारी
पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान की टीम की शुरुआत ही बेहद खराब रही और राजस्थान का पहला विकेट तब गिरा जब टीम का स्कोर मात्र 11 रन था। यशस्वी को दयाल ने अपना शिकार बनाया, यशस्वी ने आउट होने से पहले 3 रन बनाने के लिए 8 गेंद खेले। वही दूसरे विकेट के लिए शानदार साझेदारी पनपी जिसमे बटलर और संजू का हाथ था दोनो ने मिल कर टीम का स्कोर 79 तक पहुंचाया। तेज खेल रहे कप्तान संजू को साई किशोर ने आउट कर दिया। लेकिन संजू ने अपनी कप्तानी पारी खेली क्योंकि जब टीम का पहला विकेट जल्दी गिर गया था तब संजू ने आकर पारी को भी संभाला और रन रेट भी नही गिरने दिया। उन्होंने 26 गेंदों पर 47 रन की शानदार पारी खेली जिसमे 5 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उसके बाद पाडिकल आय और उन्होंने भी बटलर के साथ छोटी लेकिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। टीम का स्कोर 116 रन था तभी पाडिकल आउट हो गए और ये टीम को लगने वाला तीसरा झटका था, पाडिकल ने जाने से पहले 20 गेंदों पर 28 रन बनाय जिसमे 2 चौके और इतने ही छक्के भी शामिल थे। पाडिकल के आउट होने के बाद राजस्थान के सबसे धाकड़ बल्लेबाज की एंट्री हुई और वो थे हेतमेयर, वो प्रशंसकों के उम्मीद पर बिल्कुल खरा नहीं उतरे नही तो 200+ जाता राजस्थान का स्कोर। हेतमेयर ज्यादा कुछ नही कर पाय और मात्र 4 रन पर आउट हो गए। शमी ने उन्हें अपना शिकार बनाया। हेतमेयर के आउट होने के बाद बटलर भी जल्दी ही चले गए लेकिन बटलर ने एक बेहतरीन पारी खेली, उन्होंने आउट होने से पहले 56 गेंदों पर 89 रन बनाय जिसमे 12 चौके शामिल थे और 2 शानदार छक्के शामिल थे। बटलर को कोई गेंदबाज आउट नही कर पाया बल्कि वो रन आउट हुए। अंत के रियान पराग से उम्मीदें थी लेकिन वो भी कुछ नही कर पाय और आय और चले गए। पूरी टीम ने मिल कर 188 का बड़ा सा स्कोर खड़ा कर दिया गुजरात के टीम के सामने। अगर गेंदबाजी की बात करे तो गुजरात की ओर से राशिद खान को भले ही विकेट नही मिला लेकिन उन्होंने अपने 4 ओवर में मात्र 15 रन दिए। वही सबसे महंगे जोसेफ साबित हुए जिन्होंने 2 ओवर में 27 रन लूटा दिए। शमी भी महंगे रहे उन्होंने 4 ओवर में 43 रन लूटा कर एक विकेट लिया। यश दयाल और भी महंगे रहे,उन्होंने 4 ओवर में 46 रन दिए और 1 विकेट उनके नाम हुआ। साई किशोर ने 4 ओवर में 43 रन लूटा कर 1 विकेट लिए। वही गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या ने भी 2 ओवर फेंके जिसमे उनको 1 सफलता भी मिली।
गुजरात की बैटिंग
189 रनों के पहाड़ जैसा स्कोर का पीछा करने उतरी गुजरात की शुरुआत बिल्कुल खराब रही और शून्य के स्कोर पर ही उसने पहला विकेट रिद्धिमान शाहा के रूप में खो दिया। उस समय लगा था की गुजरात की टीम वहा से मैच में वापस नहीं आ पाएगी लेकिन इस सीजन अच्छे फॉर्म में चल रहे गिल और वेड ने शानदार साझेदारी निभाई और टीम का स्कोर 72 कर दिया। लेकिन आपसी ताल मेल की कमी के वजह से गिल रन आउट हो गए। लेकिन जाते जाते उन्होंने अपना काम कर दिया। गिल ने 21 गेंदों पर 35 रन बनाय जिसमे 5 चौके और 1 शानदार छक्का शामिल था। गिल के आउट होने के बाद ज्यादा देर तक मैथ्यू वेड भी नही टिक सके और वो भी आउट हो गए, उन्होंने आउट होने से पहले 30 गेंदों पर 35 रन बनाय जिसमे शानदार 6 चौके शामिल थे। 3 विकेट गिरने के बाद गुजरात की टीम कही न कही प्रेशर में आ चुकी थी लेकिन मिलर की किलर पारी और पांड्या की सूझ बूझ भरी बैटिंग ने गुजरात को फाइनल का टिकट दिलवा दिया। जहा मिलर ने 38 गेंदों पर 68 बनाय वही हार्दिक पांड्या ने उनका बखूबी साथ दिया और 27 गेंदों पर 40 रनों की नाबाद पारी खेली। इस तरह से टीम फाइनल में पहुंच गई। अगर राजस्थान की गेंदबाजी की बात की जाए तो प्रसिद्ध कृष्णा सबसे महंगे साबित हुए। उन्होंने 3.3 ओवर में 40 रन लूटा दिए और एक भी सफलता भी नही मिली। वही अश्विन भी इस मैच में महंगे रहे, बिना सफलता के 40 रन लूटा दिए। ओबेड जो अच्छे फॉर्म में थे उन्होंने भी 4 ओवर में 40 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया। खराब गेंदबाजी के वजह से राजस्थान की टीम हार गई क्योंकि बल्लेबाज़ों ने तो अपना काम कर दिया था।