आयकर विभाग की 18 दिसंबर से लगातार कई जगहों पर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक में छापेमारी हो रही। जिसमे समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं के ठिकानों से बड़ी संख्या में अघोषित आय का पता चला है। समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों पर उत्तर प्रदेश व कर्नाटक में छापों के दौरान आयकर विभाग ने करोड़ों के फर्जी लेनदेन और मुखौटा कंपनियों के जरिये करोड़ों की कीमत के शेयरों के फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। आयकर विभाग ने कहा कि 154 करोड़ की काली कमाई का पता चला है, जबकि 150 करोड़ के लेनदेन का कोई हिसाब-किताब नहीं है। आयकर विभाग ने 18 दिसंबर को उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी। आयकर विभाग ने मऊ में राजीव राय मैनपुर में मनोज यादव और लखनऊ में जैनेंद्र यादव के घर पर सर्च ऑपरेशन चलाया था। और इसके अलावा भी कोलकाता के एक एंट्री ऑपरेटर के घर भी छपा पड़ा था।
कौन है राजीव राय?
राजीव राय को अखिलेश यादव का बेहद खास माना जाता है। वे इस समय समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में उन्हें घोसी संसदीय सीट से पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन वे भाजपा के हरिनाराण राजभर से हार गये थे। राजीव राय की बात इसलिए जरूरी है क्योंकि आयकर विभाग ने कई ठिकानों पर छापे मारे हैं। 2014 लोकसभा चुनाव के समय दाखिल हलफनामे के अनुसार उनकी कुल संपत्ति पर एक नजर।
चल संपत्ति- 2,20,37,359
अचल संपत्ति-14,35,00,000
कुल संपत्ति- 16,55,37,359 (16.5 करोड़ से ज्यादा)
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के मऊ के शहादपुरा स्थित आवास पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा। आईटी रेड के बाद उनकी तबियत बिगड़ गई। डॉक्टरों को बुलाया गया। वे वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उनके दुबई और बेंगलुरु में मेडिकल कॉलेज हैं। मूल रूप से बलिया के रहने वाले राजीव राय की पकड़ भूमिहार वोटरों में काफी ज्यादा है। इस जाति के नेता के रूप में वे मऊ, बलिया और गाजीपुर में जाने जाते हैं। इस बार वे घोसी से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने आईटी रेड पर कहा कि यह दुर्भावना की कार्रवाई है। इसका चुनाव में जवाब देंगे।
कारोबारी है मनोज यादव।
मनोज यादव लखनऊ में एक बड़ा करोबारी है उसके भी मैनपुरी स्थित घर पर छापामारी हुई है। आरसीएल ग्रुप का चेयरमैन है मनोज, और काफी समय से मैनपुरी में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद भी उनके पास है। मीडिया से बात चीत के दौरान कहा की जनता जानती है हमने कोई चोरी नही की है कोई डाला की डाला हूं, मैनपुरी का सबसे अधिक टैक्स देने का व्यक्ति हूं।
रीलस्टेट के धंधे में है जैनेंद्र।
आईटी की टीम ने गोमतीनगर विशाल खंड 2 में जैनेन्द्र यादव उर्फ नीटू के घर पर भी छापा मारा। उनके सभी मोबाइल लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं। घर के सभी सदस्यों से पूछताछ हुई और दस्तावेजों को खंगाला गया। कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव के लखनऊ वाले 5, विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले के सर्वेंट रूम में नीटू रहते थे। बिजली मिस्त्री के तौर पर काम करते थे। खटारा स्कूटर से चलने वाले नीटू यादव आज के समय में मर्सिडीज से चलता है। उसने रीयल इस्टेट कारोबार में कदम रखा। नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ में उसकी प्रॉपर्टी है। इसके अलावा उसकी एक मिनरल वाटर की फैक्ट्री भी है। अखिलेश यादव का काफी करीब करीबी होने के कारण नीटू को सपा का ओएसडी बनाया गया था।
हवाला से लेनदेन के मिले सबूत।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया की कोलकाता में जिस व्यक्ति को पकड़ा गया है, खाते में हेराफेरी करता था। कई ऐसी मुखौटा कंपनिया बनाई हुई थी जिसका 408 करोड़ रुपए फर्जी शेयर दिखाए थे। उसी के जरिए 154 करोड़ का फर्जी असुरक्षति ऋण भी दिखाए। इसी दौरान हवाला से लेनदेन के डिजिटल सबूत को भी सील किया गया। पूछ ताछ को दौरान इस व्यक्ति के कबूला है की इसके बदले में उसे पांच करोड़ रुपए का कमीशन मिलता था।
नेताओं के बचाव में अखिलेश यादव ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा की सरकार भेद भाव से काम करती है, कहा चुनाव से पहले ये जान बूझ के किया जा रहा।
समाजवादी पार्टी की नेता जूही सिंह ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने कहा कि सरकार की योजनाएं जमीन पर नहीं पहुंच पा रही हैं। यह सरकार संवेदनहीन है। उसे लोगों से कोई लेना देना नहीं है। सपा की लोकप्रियता से भाजपा डर गई है। जिसका परिणाम है कि सपा नेताओं के घर आयकर विभाग का छापा पड़ रहा है।