इस सीजन लगातार हार से जूझ रही केकेआर की टीम को आखिरकार जीत का स्वाद मिल ही गया। कल यानी सोमवार को केकेआर और राजस्थान के बीच मुकाबला खेला गया जिसमें केकेआर की टीम ने राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हरा दिया। ये इस सीजन का 47वा मुकाबला था। केकेआर इस से पहले लगातार 5 मैच हार चुकी थी जिसके बाद कोलकाता को यह जीत मिली है। केकेआर की इस जीत के हीरो रहे नीतिश राणा और रिंकू सिंह जिन्होंने क्रमश 48 और 42 रनों की नाबाद शानदार पारी खेली, और ये पारी तब आई जब टीम को जरूरत सबसे ज्यादा थी क्योंकि केकेआर की टीम भी बीच में लड़खड़ाती हुई नजर आई थी। राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता के सामने 153 रनों का साधारण सा लक्ष्य रखा था। जिसको कोलकाता की टीम ने 5 गेंदें शेष रहते ही हासिल कर लिया। इस जीत के साथ कोलकाता को प्वाइंट्स टेबल में भी कुछ सुधार हुआ और वो 7वें पायदान पर पहुंच गई है, वहीं ये मैच हार चुकी राजस्थान तीसरे स्थान पर अभी भी काबिज है और ऑरेंज कैप भी जोश बटलर के पास ही है।
राजस्थान की पारी
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान की टीम की शुरूआत काफी धीमी रही और उसका कारण कही न कही देवदत्त पडिक्कल थे जो जल्दी ही 2 रन बनाकर आउट हो गए, उमेश यादव ने देवदत्त पडिक्कल को अपना शिकार बनाया। राजस्थान का पहला विकेट जल्दी गिर गया जिसके वजह से टीम प्रेशर में है साफ झलक रहा था उसके स्लो रन रेट से। संजू और बटलर जब खेल रहे थे तब 4 ओवर में मात्र 12 रन आए थे। लेकिन राजस्थान के लिए पांचवा ओवर कुछ रन लेकर आया और बॉल फेंकने आए उमेश यादव ने नो बॉल सहित 15 रन खर्च कर दिए उस ओवर में। और पावरप्ले के 6 ओवर खत्म होते होते टीम का स्कोर था 38 रन जो बहुत ज्यादा नही था। जब राजस्थान की टीम 55 के स्कोर पर पहुंची तब तक बटलर आउट हो गए जो इस आईपीएल में प्रचंड फॉर्म में चल रहे है,लेकिन इस मैच में वो 22 रन बनाकर टिम साउथी के शिकार हुए। इसके बाद पारी को कप्तान संजू ने और करुण नायर ने संभाला और टीम का स्कोर 13 ओवर में 90 पहुंचा दिया। लेकिन उसके बाद ही राजस्थान रॉयल्स को तीसरा झटका लग गया और 13 गेंदों पर 13 रन बनाकर करुण नायर आउट हो गए। लेकिन कप्तान संजू सैमसन 38 गेंदों में 7 चौके और एक छक्के की मदद से अपना हाफ सेंचुरी पूरा किया और टीम को मजबूत स्थिति की ओर ले जा रहे थे। कुछ देर बाद ही रियान पराग भी चलते बने और ये राजस्थान को लगने वाला चौथा झटका था। पराग ने जाते जाते टीम के खाते में 12 गेंदों पर 19 रन जोड़े। रियान के जाने के बाद संजू भी ज्यादा देर तक नही टिक पाय और वो 49 गेंदों में 54 रन की एक धीमी पारी खेलकर शिवम मावी की गेंद पर रिंकू सिंह के हाथों कैच आउट हो गए। ये राजस्थान को लगने वाला सबसे बड़ा झटका था क्योंकि संजू जम चुके थे। इसके बाद राजस्थान की टीम ने 152 रन बनाए और केकेआर की टीम को 153 रनों का लक्ष्य दिया।
केकेआर की पारी
153 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की टीम के ओपनर थे एरोन फिंच और बाबा इन्द्रजीत। राजस्थान ने केकेआर के सामने कसी हुई गेंदबाजी की और 3 ओवर में मात्र 15 रन दिए। उसके बाद राजस्थान के कप्तान सैमसन ने गेंदबाजी में बदलाव किया और प्रसिद्ध कृष्णा की जगह कुलदीप सेन को अटैक पर लगाया जिसका नतीजा रहा की सेन ने फिंच को आउट कर दिया। फिंच ऑफ साइड में गेंद को मारना चाहते थे, मगर गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेट पर जा लगी। फिंच 4 के निजी स्कोर पर आउट हुए। फिंच के आउट होने के बाद बैटिंग करने खुद केकेआर के कप्तान आए। बाबा इंद्रजीत भी अपनी पारी को ज्यादा देर तक नही चला पाय और प्रसिद्ध कृष्णा ने उन्हें अपना शिकार बनाया। बाबा इंद्रजीत ने 15 रन बनाय। अब कही न कही केकेआर की टीम फसने लगी थी लेकिन कप्तान अय्यर ने पारी को संभाल लिया। और टीम का स्कोर 7 ओवर में 40 तक पहुंचाया। अय्यर विकेट न गिरे इसकी वजह से काफी धीमी बैटिंग कर रहे थे जिसका नतीजा रहा की रिक्वायर्ड रन रेट तेजी से बढ़ रहा था। और 66 गेंदों पर 103 रनों की जरूरत थी। लेकिन इसके बाद 12वा ओवर लेकर आय आर अश्विन को नीतीश राणा ने पकड़ लिया और उनके ओवर में 16 रन ठोक डाले। अय्यर और राणा के बीच 50 रनों की साझेदारी भी हुई जो टीम का जीत का मंत्र रहा। लेकिन अभी मैच में ट्विस्ट बाकी था और बोल्ट ने अय्यर को आउट कर दिया। अय्यर 34 रन बनाकर चलते बने। लेकिन रिंकू सिंह और नीतीश राणा ने मिल कर केकेआर को जीत दिला ही दी। पांच लगातार हार के बाद ये केकेआर की पहली जीत थी। और कही न कही इस जीत की जरूरत भी थी।
टीम से बाहर हुए वेंकटेश अय्यर
पिछले सीजन में अपने बैट से सबको अपनी ओर आकर्षित करने वाले वेंकटेश अय्यर की केकेआर की टीम से खराब फॉर्म के वजह से छुट्टी हो गई। वेंकटेश अय्यर की पिछले साल फॉर्म इतनी अच्छी रही थी की कोलकाता की टीम ने उन्हें 8 करोड़ में रिटेन किया था। अय्यर ने इस सीजन में कुल 9 मैच खेले है जिसमे उन्होंने 16.50 की औसत से सिर्फ 132 रन बनाए हैं। और अभी तक एक भी अर्धशतक शामिल नही है। राजस्थान के खिलाफ मैच में उनके जगह अनुकूल सुधारकर रॉय को टीम में शामिल किया गया था।
दोनो टीम इस प्रकार से थी
राजस्थान रॉयल्स : जोस बटलर, देवदत्त पडिक्कल, संजू सैमसन (कप्तान/विकेटकीपर), करुण नायर, शिमरॉन हेटमायर, रियान पराग, रविचंद्रन अश्विन, ट्रेंट बोल्ट, प्रसिद्ध कृष्णा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप सेन।
कोलकाता नाइट राइडर्स : एरॉन फिंच, सुनील नरेन, श्रेयस अय्यर (कप्तान), बाबा इंद्रजीत (विकेटकीपर), नीतीश राणा, अनुकूल रॉय, आंद्रे रसेल, रिंकू सिंह, उमेश यादव, टिम साउदी, शिवम मावी।