इंडियन प्रीमियर लीग में 21 अप्रैल को आईपीएल की सबसे बेहतरीन टीमों में मैच था और दोनो ही टीमें इस सीजन मे आखरी पायदान पर चल रही है। मुकाबला था चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच। जब ये दोनो टीमें आपस में भिड़ती है तो रोमांच कुछ ज्यादा ही होता है क्योंकि सबसे ज्यादा फैन फॉलोइंग अगर किसी टीम का है तो ये दोनो टीमें है। इस मैच में जिस चीज का अंदाजा लगाया जा रहा था वही हुआ। ये मैच आखरी बाल तक चला और आखिरकार दुनिया के सबसे बेहतरीन फिनिशर धोनी ने अपने ही अंदाज में लास्ट बाल पर चौका मार कर चेन्नई सुपर किंग्स को 3 विकेट से जीत दिला दिया। और दिखा दिया दुनिया को कि आखिरकार क्यों वो दुनिया के बेस्ट फिनिशर कहे जाते हैं। आपको बता दे की चेन्नई सुपर किंग्स को आखिरी ओवर में 17 रनों की जरूरत थी, मुंबई की ओर से जयदेव उनादकट बाल डाल रहे थे। पहली ही बॉल पर उनादकट ने प्रिटोरियस को आउट करके चेन्नई को झटका दे दिया और तब लगा की ये मैच चेन्नई के हाथ से निकल गया लेकिन एमएस धोनी का कमाल एक बार फिर देखने को मिला और धोनी ने वही किया जो चेन्नई के दर्शक उम्मीद लगाए बैठे थे। धोनी ने अपने दम पर अपनी टीम को जीत दिलाई। आखरी ओवर के रोमांच की बात की जाए तो वो रोमांच देखने लायक था। 19 वा ओवर रोहित शर्मा ने अपने मेन बॉलर बुमराह से अच्छा खासा निकलवा दिया लेकिन 20वा ओवर कही न कही रोहित को भी खटक रहा होगा। उनादकट को रोहित ने 20वा ओवर थमाया और उनादकट ने अपने कप्तान को सही भी साबित किया और उन्होंने पहली ही गेंद पर ड्वेन प्रिटोरियस को आउट कर दिया जो अच्छा खेल रहे थे। दूसरे बाल पर ब्रावो ने खेल कर एक रन लिया और धोनी को स्ट्राइक दे दिया जो काफी देर से क्रीज पर थे। उनादकट ने ओवर की तीसरी गेंद फेकी और धोनी ने उस गेंद को सीधा छक्के के लिए भेज दिया और एकतरफा मुंबई के तरफ जाते मैच को चेन्नई की ओर ले आए। अब ओवर की चौथी गेंद पर धोनी ने चौका मार कर बता दिया की वो आखिर क्यों अंत के ओवरों के मास्टर माने जाते है। पांचवी गेंद पर धोनी ने 2 रन दौड़ कर ले लिए और आखरी गेंद के लिए स्ट्राइक अपने पास रखा। अब आखरी गेंद पर 4 रन बनाने थे और धोनी ने चौका लगा कर उसे आसानी से कर दिखाया।
चेन्नई सुपर किंग्स की पारी
चेन्नई सुपर किंग्स मुंबई के दिए हुए 156 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिसकी शुरुआत बिल्कुल ही खराब रही और पहली ही गेंद पर ऋतुराज आउट हो गए। चेन्नई सुपर किंग्स को उम्मीद रही होगी कि वह इस टारगेट को आसानी से हासिल कर लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऋतुराज के आउट होने के कुछ देर बाद ही मिचेल सैंटनर भी चलते बने,सैंटनर को मोइन अली के जगह पर लिया गया था जो कुछ खास नहीं कर पाए। जब 2 विकेट गिर गए तब ऐसे में सीएसके के लिए सीनियर प्लेयर रॉबिन उथप्पा ने अपने टीम की कमान संभाली, एक तरफ उथप्पा तो देख के खेल रहे थे लेकिन दूसरी तरफ से लगातार विकेट गिर रहे थे। एक तरफ विकेट गिर रहे थे, तो दूसरी ओर टारगेट बढ़ता जा रहा है जिस से बल्लेबाजों पे प्रेशर भी आ रहा था क्योंकि रिक्वायर रन रेट लगातार बढ़ रहा था। रॉबिन उथप्पा भी टीम को बीच में छोड़ कर चले गए उन्होंने टीम के लिए 30 रनों का योगदान दिया उसके बाद शिवम दुबे भी कुछ खास नहीं कर सके और 13 रन बना के चलते बने। अब सीएसके की जिम्मेदारी अंबाती रायडू और उनके कप्तान जडेजा पर थी लेकिन अच्छा खेल रहे रायडू भी उसी समय आउट हो गए उसके बाद जडेजा भी चलते बने। अब सीएसके को आखिरी 3 ओवर में 42 रनों की जरूरत थी, और क्रीज पर थे धोनी। जब मामला आखरी ओवर का हो तो धोनी याद खुद ब खुद आ ही जाते है। ऐसे में जब एमएस धोनी क्रीज़ पर आए तो उन्होंने पहले ड्वेन प्रिटोरियस के साथ पार्टनरशिप बनाई और आखिरी तक क्रीज़ पर टिके रहे। सीएसके को आखिरी ओवर में 17 रन चाहिए थे और धोनी ने उसे बना भी दिया। और सीएसके को इस सीजन का दूसरा जीत मिला।
मुंबई की लड़खड़ाती पारी
मुंबई इंडियन का ये सीजन का सातवां मैच था लेकिन बदला कुछ नही था। मुंबई की शुरुआत इस मैच में भी खराब रही। पहले ही ओवर में मुकेश चौधरी की घातक गेंदबाज़ी के आगे मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा, ईशान किशन फेल साबित हुए और बिना खाता खोले हुए आउट हो गए जो मुंबई के लिए बहुत बड़ा झटका था। उसके बाद अच्छे फॉर्म में चल रहे डेवाल्ड ब्रेविस भी ज्यादा देर तक नही टिक पाए और आते ही चलते बने। लेकिन उसके बाद थोड़ी बहुत संभली मुंबई और मुंबई इंडियंस के लिए सूर्यकुमार यादव ने 32 रन की छोटी ही सही लेकिन महत्वपूर्ण पारी खेली, अपना पहला मैच खेल रहे ऋतिक ने 25 रन बनाए। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपना पहला आईपीएल मैच खेलने उतरे कायरन पोलार्ड ने शुरुआत में कुछ रंग दिखाए, लेकिन 14 रन बनाकर वो भी जल्दी ही चलते बने। मुंबई के लिए कमाल की पारी तो 19 साल के तिलक वर्मा ने खेली, जिन्होंने शानदार पचास रन जड़े और अपनी टीम को 150 के स्कोर के पार पहुंचाया। जब टीम को जरूरत थी तब तिलक वर्मा ने 51 रनों की पारी खेली, जिसमें 3 शानदार चौके और 2 गगनचुंबी छक्के जड़े। उधर चेन्नई की तरफ से गेंदबाजी भी अच्छी रही और एक बड़े स्कोर से जाने से मुंबई को रोका। चेन्नई की ओर से मुकेश चौधरी ने अपने 3 ओवर में 19 रन देकर 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए। सैंटनर ने भी अच्छी गेंदबाजी की ओर 3 ओवर में 16 रन देकर 1 विकेट लिये,सैंटनर ने काफी किफायती गेंदबाजी की।
दोनो टीमें इस प्रकार से थी
मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन (विकेटकीपर), डेवाल्ड ब्रेविस, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, कायरन पोलार्ड, डेनिएल सैम्स, ऋतिक शौकीन, रिले मेरेडिथ, जयदेव उनादकट, जसप्रीत बुमराह।
चेन्नई सुपर किंग्स : ऋतुराज गायकवाड़, रॉबिन उथप्पा, अंबति रायडू, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा (कप्तान), एमएस धोनी (विकेटकीपर), ड्वेन प्रिटोरियस, ड्वेन ब्रावो, मिचेल सैंटनर, महीश तिक्षाणा, मुकेश चौधरी।