हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की ” ट्रैजेडी क्वीन “ मीना कुमारी के एक्टिंग और ख़ूबसूरती के दीवानों की कमी नहीं थी । जब दीवानगी होती है तो प्यार भी होता है और स्टार्स की पूंजी उनके फ़ैंस का प्यार ही होती है । फ़ैंस की उस भीड़ में अगर कुछ अच्छे तो कुछ थोड़े अजीब फ़ैंस भी होते है । मीना कुमारी का भी एक ऐसा ही फ़ैन था, जो कोई बीटेक, इंजीनियर या सामान्य नौकरी करने वाला नहीं था, बल्कि एक डकैत था । वो भी चंबल का । इसी से जुड़ा एक क़िस्सा आपको बताएंगे, जिसमें इस डकैत ने मीना कुमारी को आधी रात को बियाबान जगंल में घेर लिया और फिर जानिए कि क्या हुआ ?
यह किस्सा है चंबल घाटी के उस खूंखार डाकू का जो हिंदुस्तान की मशहूर अभिनेत्री मीना कुमारी का दीवाना था । आधी रात को यह हीरोईन जब चंबल घाटी में एक रात इस डाकू के गिरोह के बीच जा फंसी । तो डाकू ने अपनी चाहत पूरी करने की जिद में चाकू हीरोईन के हाथ पर रखा दिया । हीरोईन को अपनी मोहब्बत के बाहुपाश में फंसे डाकू का जब इरादा पता चला, तो उसके हाथ कांप उठे ।
कम उम्र में ही अभिनेत्री ने एक्टिंग की दुनिया में रखा था कदम
कम उम्र में ही मीना कुमारी ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रख दिया था । बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट उनकी पहली फिल्म ” लेदरफेस ” थी, जो कि सन् 1939 में रिलीज हुई थी । कहते है कि पहले दिन इस फिल्म के लिए मीना कुमारी को फीस के रूप में 25 रुपये मिले थे । उनके पिता का नाम अली बक्श था, जो एक मशहूर रंगमंच कलाकार और संगीतकार थे । उनकी माता का नाम प्रभावती देवी उर्फ़ इकबाल बानो था जो एक मशहूर नृत्यांगना भी थी । इनकी दो बहनें भी है जिनका नाम खुर्शीद बानो और कमाल अमरोही । बता दें कि पहले मीना कुमारी का नाम मज़हबी बानो था, बाद में फिल्म फ़रज़न्द-ए-वतन के निर्देशक विजय भट्ट ने इनका नाम बेबी मीना रखा था, कुछ समय बाद लोग इनको मीना कुमारी के नाम से पुकारने लगे थे, जिसकी वजह से इनका नाम मीना कुमारी पड़ गया ।
चंबल का डकैत था मीना कुमारी का फैन
बॉलीवुड की ” ट्रैजेडी क्वीन ” मीना कुमारी के एक्टिंग और ख़ूबसूरती के दीवानों की कमी नहीं थी । जब दीवानगी होती है तो प्यार भी होता है और स्टार्स की पूंजी उनके फ़ैंस का प्यार ही होती है । फ़ैंस की उस भीड़ में अगर कुछ अच्छे तो कुछ थोड़े अजीब फ़ैंस भी होते है । मीना कुमारी का भी एक ऐसा ही फ़ैन था, जो कोई बीटेक, इंजीनियर या सामान्य नौकरी करने वाला नहीं था, बल्कि एक डकैत था । वो भी चंबल का । इसी से जुड़ा एक क़िस्सा आपको बताएंगे, जिसमें इस डकैत ने मीना कुमारी को आधी रात को जगंल में घेर लिया था ।
डाकू भी थे अभिनेत्री मीना कुमारी के दीवाने
बॉलीवुड की ट्रेजेडी क्वीन अभिनेत्री मीना कुमारी आउटडोर शूटिंग पर कमाल अमरोही अक्सर दो कारों पर जाया करते थे । एक बार दिल्ली जाते हुए मध्यप्रदेश में शिवपुरी में उनकी कार में पैट्रोल ख़त्म हो गया । वहीं अमरोही ने कहा कि हम रात कार में सड़क पर ही बिताएंगे ।उसके बाद उनको पता नहीं था कि ये डाकुओं का इलाका है । आधी रात के बाद करीब एक दर्जन डाकुओं ने उनकी कारों को घेर लिया । उन्होंने कारों में बैठे हुए लोगों से कहा कि वो नीचे उतरे । कमाल अमरोही ने कार से उतरने से इंकार कर दिया और कहा कि जो भी मुझसे मिलना चाहता है, मेरी कार के पास आए । वहीं उसके बाद एक सिल्क का पायजामा और कमीज़ पहने हुए एक शख़्स उनके पास आया । उसने पूछा, “आप कौन हैं ? ” अमरोही ने जवाब दिया, “मैं कमाल हूँ और इस इलाके में शूटिंग कर रहा हूँ । हमारी कार का पैट्रोल ख़त्म हो गया है ।” कहा जाता है उसके बाद डाकू को लगा कि वो रायफ़ल शूटिंग की बात कर रहे हैं और जब उस डाकू को बताया गया कि ये फ़िल्म शूटिंग है और दूसरी कार में मीना कुमारी भी बैठी है, तो उसके हावभाव बदल गए । उसने तुरंत संगीत, नाच और खाने का इंतेज़ाम कराया । उन्हें सोने की जगह दी और सुबह उनकी कार के लिए पेट्रोल भी मंगवा दिया था।
नहीं चल पाई थी मीना कुमारी की शादी
पति कमाल मीना कुमारी को शाम 6:30 बजे तक घर आने के लिए कहते थे । किसी को भी उनके मेकअप रूम में जाने की इजाजत नहीं थी । यहां तक कि एक्ट्रेस को केवल उसी कार से कहीं जाने के लिए कहा गया था जो कमाल ने उन्हें दी थी । वास्तव में कथित तौर पर एक्ट्रेस मीना घरेलू हिंसा का भी शिकार हुई थी, जिसके बाद साल 1964 में मीना कुमारी ने कमाल अमरोही को तलाक दे दिया ।
मीना कुमारी को लग गई थी गलत तल
मीना कुमारी के पति कमाल ने जो एक्ट्रेस के साथ किया उससे वो बेहद ही उदास और परेशान हो गई थी । ऐसे में एक डॉक्टर ने उन्हें अच्छी नींद मिले, इसके लिए एक बार में ब्रांडी की एक छोटी खुराक लेने की सलाह दी थी । लेकिन यह दवा उनके लिए एक लत बन गई थी और जल्द ही मीना कुमारी ने काफी शराब पीना शुरू कर दिया था । इसके बाद साल 1968 तक मीना कुमारी की सेहत इतनी बिगड़ गई थी कि उन्हें लंदन और स्विटजरलैंड के बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए जाना पड़ा था । उन्हें ” लिवर सिरोसिस ” की बीमारी थी ।
ऐसे दर्दभरे तरीके से हुई थी मीना कुमारी की मौत
बेहद कम उम्र में ही मीना कुमारी ने वो स्टारडम पा लिया था जो आज के दौर की एक्ट्रेस के बस की बात नही । हालात ये हो गए थे कि हर निर्माता-निर्देशक चाहता था कि मीना कुमारी उनकी फिल्म में काम करे । जैसे ही मीना कुमारी ने स्टारडम की ऊंचाईयां छूई, उनसे जलने वाले कई लोग पैदा हो गए। इनमें कुछ निर्माता-निर्देशक ही शामिल थे जिन्होंने शायद मीना कुमारी के परिवार वालों के साथ मिलकर एक गहरी साजिश रची थी । आखिरी वक्त में मीना कुमारी कमाल अमरोही के पास थी । उनकी जिंदगी में एक ऐसा हादसा हो गया जिसकी वजह से वो कोमा में चली गई, लेकिन कोमा में जाने से पहले मीना कुमारी ने कमाल अमरोही से कुछ बात की । उन्होंने कहा, ” चंदन, मैं अब ज्यादा दिन जिंदा नहीं रहूंगी । मैं तुम्हारी बांहों में अपना दम तोड़ना चाहती हूं । ” मीना कुमारी कमाल अमरोही को प्यार से चंदन कहकर बुलाती थी ।