पंजाब के मशहूर सिंगर और कांग्रेस के नेता सिद्धू मुसेवाला की गोली मार कर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा की कुछ अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की जिसमे सिद्धू मुसेवाला की मौत हो गई। मूसेवाला पर हमला पंजाब सरकार की ओर से सुरक्षा हटाए जाने के एक दिन बाद ही हुआ है। उधर एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव रोशन लाल बिट्टू ने मूसेवाला की हत्या के लिए अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार के गलत फैसले के चलते कांग्रेस नेता और प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव रोशन लाल बिट्टू ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सवाल किया है कि क्या मूसेवाला की सुरक्षा हटाना उसी योजना का हिस्सा था? दरअसल पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सिद्धू मूसेवाला को मनसा विधानसभा सीट से टिकट दिया था। हालांकि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की लहर के चलते सिद्धू मूसेवाला को आप के उम्मीदवार के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था।
कौन है सिद्ध मुसेवला ?
सिद्धू मुसे वाला का (जन्म 11 जून 1990 और मृत्य 29 मई 2022) को हुई एक भारतीय गायक, गीतकार और अभिनेता हैं। मुसेवाला का जन्म गांव मूसा वाला मनसा पंजाब में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज, लुधियाना पंजाब से किया। उनके पिता का नाम भोला सिंह सिद्धू और माता चरण सिंह कौर। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत निंजा द्वारा गाए गीत “लाइसेंस” के गीत लिखने के साथ की, और “जी वैगन” नामक युगल गीत पर अपने गायन कैरियर की शुरुआत की। उन्होंने डीएवी कॉलेज फेस्ट में परफॉर्म किया है। सिद्धू का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था, लेकिन उनके फैन उन्हे सिद्धू मुसेवाला के नाम से जानते थे।और इस दौरान भी वह हर सिंगिंग कॉम्पिटेशन में भाग लिया करते थे, जिससे उनका ये शौक अब परवान पकड़ने लगा था मगर सिद्धू मुसेवाला के परिवार वाले ये चाहते थे कि वो पढ़ लिखकर कुछ बड़ा करे इसलिए अक्सर उसने अपना फोकस पढ़ाई-लिखाई पर ही ज्यादा रखा। पिछले साल 3 दिसंबर 2021 को मुख्यमंत्री चरण जीत सिंह चन्नी और पीपीसीसी प्रमुख के उपस्थित में कांग्रेस में शामिल हुए थे।
कई विवादो से जुड़े है सिद्धू के नाम
गन कल्चर प्रमोट करने के आरोप है सिद्धू पर छह जून 2020 को सिद्धू मूसे वाला पर गाड़ी में काले शीशे इस्तेमाल करने के लिए चालान लगाया गया था। हालांकि, उसे लुकआउट पर होने के बावजूद छोड़ दिया गया। जुलाई 2020 में संजू फिल्म के रिलीज होने के बाद मूसे वाला ने एक गाना भी रिलीज किया था, जिसमें उसने खुद पर लगे आरोपों को संजय दत्त पर लगे आरोपों जैसा बताया था। तब भारतीय शूटर अवनीत सिद्धू ने बंदूक परंपरा को प्रचारित करने के लिए मूसे वाला को आलोचना की थी।
दिसंबर 2020 में सिद्धू मूसे वाला का नाम खालिस्तान समर्थन से भी जुड़ा था। दरअसल, मूसे वाला ने अपना एक गाने- ‘पंजाब: माय मदरलैंड’ में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का समर्थन किया था। गाने में खालिस्तान समर्थक भरपूर सिंह बलबीर का 1980 में दिया एक भाषण के कुछ दृश्य भी शामिल किए गए थे।
मई 2020 में मूसे वाला के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इनमें उसे पांच पुलिसकर्मियों के साथ एके-47 और एक निजी पिस्तौल चलाने की ट्रेनिंग लेते देखा गया था। इस मामले के सामने आने के बाद मूसे वाला की मदद करते दिखे पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में मूसे वाला पर आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज हुए थे और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए दबिश देना शुरू किया। हालांकि, गिरफ्तारी से बचने के लिए मूसे वाला अंडरग्राउंड हो गया। बाद में पुलिस जांच में शामिल होने के चलते उसे जमानत दे दी गई।