समाजवादी पार्टी के गठबंधन प्रत्याशी मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास ने एक कार्यक्रम के दौरान दिया भड़काऊ भाषण कहा मैं अखिलेश यादव से कह के आया हूं की सरकार बनने के बाद सबका हिसाब होगा। जो जहां है वो वही रहेगा किसी का ट्रांसफर नहीं होगा कोई कही नही जायेगा पहले सबका हिसाब किया जायेगा फिर कही वो तबादले की सोचे। आपको बता दें मुख्तार अंसारी के बेटे को मऊ से ओम प्रकाश राजभर के पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है।
अब्बास अंसारी का वायरल वीडियो।
दो दिन से इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमे मुख्तार अंसारी के बेटे अधिकारियों और पुलिसवालों के लिए कहते नजर आ रहे है कि, हमने कहा जिसके पास लाखो करोड़ों लोगो का हाथ को वो बाहुबल नहीं होगा तो कौन होगा। और हम है बाहुबली और इससे हमे कोई परहेज नहीं है। अगर मेरे लोगो के आन बान शान और आबरू पर कोई आंच डालने की कोशिश करेगा, तो इस आंच को बुझाना हम जानते है। आज तक बुझाया है और आगे भी बुझायेगे, हमे कोई रोक नहीं सकता इस बात से। और अब चंद दिनों की बात रह गई है, और आज जो आप उछल – खुद रहे हो और मेरे नौजवान साथियों के ऊपर जो बैल दुदकार रहे है। मेरे नौजवान साथियों के तरफ कुछ बैल अपनी सींग तान के खड़े है, बस आप वक्त आने दीजिए खुटे में यही बांध ना दिया तो कहिएगा। और जिस दिन मैं लखनऊ से आ रहा था तो रास्ते में अपने अध्यक्ष अखिलेश यादव जी से मिला था अच्छी खासी लंबी बात हुई थी, ‘की भैया कुछ दिन तक ट्रांसफर रोक कर रखिएगा, क्यूंकि पहले जिन्होंने जिनके कैरियर बर्बाद किए है, जिन्होंने जिनके ऊपर मुकदमे लगाए है। पहले उनकी भी तो जांच पड़ताल कर ली जाए। क्योंकि यहां आप सब बहुत परेशान हुए है। पैसा लिया गया है छोटे छोटे बातों के लिए लोगो के ऊपर जुल्म करने के लिए इन्होंने साजिश की है। इन्होंने सीधे पेट पर हमला किया लेकिन गंगा जमुना के तहजीब की जनता ने आज गाजियाबाद से गाजीपुर तक उखाड़ फेका है। और इसीलिए आज ये बौखला गए है। और ये भूल गए है की जिस संविधान की ये सपत लेकर बैठे है, उसी आवाम की ये बुलडोजर से घर गिरा रहे है। आपको बता दे कि, इस तरह के भड़काऊ भाषण से वो तालियों बटोरते तो जरूर दिख रहे है लेकिन इस तरह के भड़काऊ भाषण और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करना कही ना कही आम जनता में एक आक्रोश भरने का काम करता है। इस भाषण को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने करवाई करते हुए नगर कोतवाली में आचार संहिता का उलंघन के तहत 171 च व 506 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वही राजभर भी अपने आदत से बाज नहीं आते।
जहा प्रधानमंत्री,योगी के लिए पूरी ताकत झोंक दिए है वही ओमप्रकाश राजभर अपने आदत से पीछे नहीं हट रहे, जहा उनको अपने सभाओं में भिड़ नही दिखती वहा वो तुरंत मजाक के मूड में आ जाते है। अभी उनके मोटरसाइकिल वाले बयान पर उनको जनता ट्रोल कर ही रही थी की अब वो हेलीकॉप्टर वाला बयान दे डाले,उनको थोड़ा भी फर्क नही पड़ता की इससे अखिलेश यादव को कितना नुकसान होगा। जहां अखिलेश अकेले दम पर बीजेपी से लोहा ले रहे है तो वही राजभर अपने बयानों के चलते उनके खेल बिगाड़ने में लगे हुए हैं। अब उन्होंने बयान दिया है की अखिलेश जी की सरकार बना दीजिए हेलीकॉप्टर को छूने को मिलेगा। जिसे लोग शेयर करके खूब मजा ले रहे हैं,और इन्हे राजनीति का कपिल शर्मा बता रहे हैं।
संविधान की बात करने वाले अब्बास खुद लोकतंत्र के लिए खतरा।
कुछ लोगो का तो ये भी मानना है की ऐसे नेता राष्ट्र के लिए सबसे बड़े पनौती हैं,अब ऐसे में देशहित में मतदान के लिए मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है, ऐसे लोग देश में लोकतंत्र के लिए बहुत बड़े खतरे की तरह सामने आते हैं, अधिकारी एवम पुलिस के प्रति इस प्रकार की टिप्पणी विरोधियों को भी बहुत बहुत बड़ा अवसर बन चुका है।
बंदूको के शौकीन है अब्बास अंसारी।
जब अब्बास से ये सवाल किया गया की आप हथियारों का भी शौक रखते हैं, तो उन्होंने कहा कि, हमारे पास आठ स्पेशल और बहुत महंगी बंदूके हैं जो पुर्णतय लाइसेंसी है साथ ही उन्होंने वर्तमान सरकार पर तंज कसते हुए यह भी कह दिया की यदि हमारे हथियार गैर कानूनी होते तो हम अभी यहा आपसे बात नही कर रहे होते इस सरकार में कुछ ऐसा ही माहौल है। इनकी बातों से साफ पता चलता है की सरकार का लॉयन ऑर्डर कितना मजबूत है।
अब्बास अंसारी हैं अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज।
बता दें कि मऊ से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी की जगह पर इस बार उनके बड़े बेटे अब्बास अंसारी मैदान में हैं।अब्बास अंसारी गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे हैं। 2017 के बाद फिर से विधानसभा चुनाव के मैदान में हैं। अब्बास अंसारी ने 2017 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर मऊ जिले की ही घोसी विधानसभा सीट से लड़ा था। तब अब्बास अंसारी को भारतीय जनता पार्टी के फागू चौहान से मात खानी पड़ी थी। अब्बास अंसारी अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज भी है। मुस्लिम बहुल इस सीट पर इस बार भाजपा के जुझारू प्रत्याशी अशोक सिंह मुख्तार के बेटे अब्बास को कड़ी चुनौती देते दिख रहे हैं। बसपा के भीम राजभर भी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। मऊ सदर सीट पर आखिरी चरण में 7 मार्च को मतदान होना है। इसलिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में सभी प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोंक दी है।