समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी चुनाव लड़ सकते है। और वो आजमगढ़ से मौजूदा सांसद भी है। तो ऐसे में कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ से ही विधानसभा का चुनाव लड़ सकते है। 2019 के लोकसभा चुनाव में वो बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी भोजपुरी के स्टार अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को हराया था। फिलहाल अभी कुछ साफ नही हुआ है लेकिन अटकलें ये है कि वो इटावा, मैनपुरी, कन्नौज, या आजमगढ़ से चुनाव लड़ सकते है।
अखिलेश के लिए आजमगढ़ सीट सुरक्षित मानी जाती है।
ऐसा माना जाता है कि इस सीट पर अखिलेश यादव की अच्छी पकड़ है क्योंकि वो यहाँ से मौजूदा सांसद भी है और सपा का गढ़ भी माना जाता है आजमगढ़ और दूसरा सबसे बड़ा कारण ये भी है की इससे पहले अखिलेश यादव के पिता जी मुलायम सिंह यादव 2014 में जीत दर्ज की थी। और उसके बाद से अखिलेश यादव का इस सीट पर कब्जा है। और शायद यही कारण है की ये सीट अखिलेश यादव के लिए सुरक्षित मानी जाती है।
इस सीट पर लंबे समय के लिए कांग्रेस का कब्जा रहा।
इस सीट पर 1952 में सबसे पहले लोकसभा चुनाव हुआ था। शुरुआत में इस सीट पर कांग्रेस की जबरदश्त कब्जा था। 1952 से लेकर 1977 तक कांग्रेस ने किसी को टिकने नहीं दिया। 1952 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अलगु राय शास्त्री ने जीत दर्ज की थी। 1957 में कांग्रेस के कालिका सिंह सांसद चुने गए थे। 1962 में कांग्रेस के राम हरख यादव सांसद निर्वाचित हुए थे। 1967 में कांग्रेस के चंद्रजीत यादव सांसद बने थे। 1971 में कांग्रेस के चंद्रजीत यादव जीत दर्ज की थी।
पार्टी ने चाहा तो जरूर चुनाव लड़ेगे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है कि अगर पार्टी तय करेगी तो जरूर चुनाव लड़ेगे और जहा से तय करेगी वहा से मैं चुनाव लड़ूंगा। पार्टी की जिला इकाई ने उन्हें इसके लिए न्योता भेजा है। पार्टी के जिला अध्यक्ष की ओर भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सपा अध्यक्ष जिले की जिस विधानसभा सीट से चाहे वहां से नामांकन कर सकते हैं।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी लड़ेगे चुनाव।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनाव लड़ेगे। कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने साफ कर दिया की योगी गोरखपुर से चुनाव लड़ेगे। ये काफी चर्चा का विषय रहा था क्योंकि कुछ साफ नही हो पा रहा था की योगी आदित्यनाथ किस सीट से चुनाव लड़ेगे। कयास लगाए जा रहे थे की वो अयोध्या से चुनाव लड़ेगे, या मथुरा से लेकिन पार्टी की तरह से जब प्रत्यासियों की लिस्ट जारी की गई तब साफ हो गया की वो गोरखपुर से ही चुनाव लड़ेगे। और प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह क्षेत्र सिराथू से और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चुनाव लड़ना भी एक वजह माना जा रहा है की शायद इसकी वजह से अखिलेश यादव के ऊपर भी दबाव है चुनाव लड़ने का फिलहाल अभी वो कहा से आयेगे ये तय नहीं हुआ है।
आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सीटे।
आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र के अंतगर्त 5 विधानसभा सीट है। गोपालपुर, सागरी, मुबारकपुर, आजमगढ़ और मेहनगर