तालिबान के कब्जे के बाद से ही अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए दिक्कते बढ़ गई हैं, काबुल एयरपोर्ट पर अकेले महिलाओं की एंट्री में बहुत सी दिक्कते आ रहीं है, ऐसे में काबुल छोड़ने के लिए युवतियों की एयरपोर्ट पर हुई है जबरन शादियां
तालिबान द्वारा अफगानिस्तान को अपने कब्जे में लेने के बाद से ही देखा जा रहा है की कैसे वहां के लोग बस कुछ भी कर के देश छोड़ कर भागना चाहते हैं, सोशल मीडिया पर ऐसे तमाम फोटो और वीडियो भी वायरल हुए जिसको देखकर यह साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है की वहां के लोग कुछ भी करके बस अफ़ग़ानिस्तान छोड़ देना चाहते हैं, कहा जाना है, कैसे जाना है ,कहाँ रहना है ,क्या खाना है, यह सब बातें बिना सोचे-समझे बस उनके दिमाग में अफ़ग़ानिस्तान कैसे छोड़ना है यही आ रहा है और इस हालात में सब से ज्यादा वहां की महिलाओं को इस तरह की तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा वह महिलाएं बस कुछ भी करके अफ़ग़ानिस्तान छोड़ भागना चाहती थी। ऐसी बेबसी भरी कई कहानियां अब सामने आ रही हैं, हाल ही में एक रिपोर्ट के जरिये पता चला की लड़कियों को काबुल एयरपोर्ट छोड़ने में इस प्रकार की दिक्कत हुई की कई लड़कियों को तो एयरपोर्ट पर ही जबरन शादियां कराइ गई ताकि वह देश छोड़ सके। अफगानिस्तान से ऐसी तमाम बेबसी भरी खबरें सामने आ रही हैं जिससे यह साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है की जब एक कट्टरपंथ विचारधारा सत्ता में आ जाती है तो उसकी कीमत पूरे देश की आम जनता को ही चुकाना पड़ता है, हालाँकि अफगानिस्तान की सत्ता का दावा करने वाली तालिबान की सरकार को अफगानिस्तान के लोगो द्वारा नहीं चुनी गई है पर अब तालिबान का कब्जा जब पूरे देश मे है तो देखा जा सकता है कि वहाँ के आम नागरिकों का क्या हाल हो रहा है। इससे यह साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक इस्लामी कट्टरपंथी विचारधारा, एक हँसते खेलते देश को किस प्रकार से बर्बाद कर सकती हैं इसका अंदाजा सीरिया, इराक और अफ़ग़ानिस्तान जैसे देशो से लगाया जा सकता है, आज वहां के आम नागरिक अपनी ही मातृभूमि को छोड़ भागने को मजबूर हो गए हैं और वहां की लड़कियो को तो देश छोड़ कर जाने के लिए जबरन शादियां तक करनी पड़ रही है।
CNN की एक रिपोर्ट में खुलासा
अफगानिस्तान में महिलाओ को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है अब हालात यहाँ तक पहुंच गए हैं की लड़किओं को एयरपोर्ट छोड़ने के लिए एयरपोर्ट पर जबरन शादिया करनी पड़ रही है बता दें की CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार “जब कभी अफगानिस्तान की महिलाओ या लड़कियों को अकेले एयरपोर्ट पर एंट्री मिलने में दिक्कतें आ रहीं थी तब कई युवतियों को वहां पर जबरन शादियां करनी पड़ी थी इसके अलावा कुछ महिलाओं ने तो एंट्री के लिए पुरुषों को अपना पति बताया तब जाकर उन्हें एयरपोर्ट में प्रवेश करने की अनुमति दी गई, बताया यह जा रहा है की इस तरह की दिक्कतों का सामना खासकर उन महिलाओं को करना पड़ा जो की अफगानिस्तान से पहले UAE ग
गई और फिर अमेरिका के लिए रवाना हुई, इतना ही नहीं इस तरह की दिक्कतें आ जाने से वहाँ पर कई परिवारों ने तो पुरुषों को पैसे दिए ताकि वो पुरुष उनकी लड़कियों से शादी कर लें और उसके बतौर परिवार अफगानिस्तान छोड़ सके”।
तो क्या अब यह है अफगानिस्तान की महिलाओं का भविष्य ?
इस मामले पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय अब UAE में मौजूद अपने सभी अधिकारीयों की मदद मांगने के साथ साथ कुछ ऐसी महिलाए जो की अमेरिका पहुँच गई हैं उनकी खोज भी की जा रही है। अफगानिस्तान में आम नागरिकों के हालात के अंदाजा के साथ साथ ही वहां की महिलाओं के भी भविष्य की बातचीत होती आ रही थी, काबुल कब्जाने के बाद से ही जब तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्ज़ा किया उसी के बाद से ही अफगानिस्तान में रह रही सभी महिलाओं के भविष्य और वर्तमान को लेकर तमाम सवाल खड़े होने लगे थे, काबुल एयरपोर्ट से जो भी विमान जा रहीं थीं उसमे अधिकतम संख्या पुरुषों की ही दिखाई देती थी, और वहां पर रह रही महिलाओं के भविष्य को लेकर, उनकी शिक्षा,सुरक्षा को लेकर जो सवाल खड़े हो रहे थे, जो डर तालिबान के आने के बाद से जताया जा रहा था वो अब सच साबित होता नजर आ रहा है, आपको बता दें की इस वक़्त अफगानिस्तान में महिलाओं के काम करने पर तालिबान ने रोक लगा दी है और साथ ही लड़के और लड़कियां साथ में पढ़ाई भी नहीं कर सकते, यह है इस्लामी कट्टरपंथ की विचारधारा रखने वाले तालिबान की सोच और अफगानिस्तान की सत्ता सँभालने का दावा करने वाली तालिबान सरकार की नीतियाँ जो की आज 21वीं सदी में भी महिलाओं से पढ़ने लिखने और काम करने के उनके अधिकारों का हनन करने का कार्य कर रहीं हैं।